पायलट कैसे बनें: 12वीं के बाद पायलट बनने का पूरा गाइड
जानिए 12वीं के बाद पायलट कैसे बनें, कॉमर्शियल पायलट और एरोप्लेन पायलट बनने की प्रक्रिया, योग्यता, खर्च और जरूरी ट्रेनिंग की पूरी जानकारी सरल हिंदी में।
पायलट बनना बहुत से युवाओं का सपना होता है। आसमान में उड़ान भरने और दुनिया को ऊपर से देखने का अनुभव वाकई अद्भुत होता है। लेकिन पायलट बनने की प्रक्रिया को समझना जरूरी है ताकि आप सही दिशा में कदम उठा सकें। इस ब्लॉग में हम विस्तार से बताएंगे कि पायलट कैसे बनें, पायलट बनने में कुल खर्च, योग्यता, और 12वीं के बाद इस करियर की संभावनाओं के बारे में।
12वीं के बाद पायलट कैसे बनें?
पायलट बनने के लिए सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL) लेना चाहते हैं या कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL)। दोनों के लिए अलग-अलग योग्यता और ट्रेनिंग की जरूरत होती है।
पायलट बनने की प्रक्रिया:
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification):
- 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स अनिवार्य विषय होने चाहिए।
- किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना चाहिए।
- न्यूनतम 50% अंकों के साथ 12वीं पास होना आवश्यक है, खासकर साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थियों के लिए।
पायलट बनने के लिए 12वीं में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?
यदि आप 12वीं के बाद पायलट बनना चाहते हैं, तो साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करना अनिवार्य है। इसमें फिजिक्स और मैथ्स जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल होने चाहिए। इन विषयों की मदद से आपको एविएशन और फ्लाइंग के बेसिक सिद्धांतों को समझने में मदद मिलेगी। इसके बिना, आप पायलट ट्रेनिंग में एडमिशन नहीं ले सकते।
मेडिकल फिटनेस (Medical Fitness):
- पायलट बनने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना आवश्यक है।
- आपको DGCA (Directorate General of Civil Aviation) से मान्यता प्राप्त मेडिकल एग्जामिनर से Class 1 और Class 2 मेडिकल सर्टिफिकेट लेना होगा।
फ्लाइंग स्कूल का चयन (Choose a Flying School):
- पायलट बनने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लेना होगा।
- भारत और विदेश में कई फ्लाइंग स्कूल हैं जैसे कि Indira Gandhi Rashtriya Uran Akademi (IGRUA), Madhya Pradesh Flying Club, और Bombay Flying Club।
प्राइवेट पायलट लाइसेंस (Private Pilot License - PPL):
- PPL प्राप्त करने के लिए लगभग 40 से 50 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग करनी होती है।
- PPL से आप निजी विमान उड़ाने के योग्य हो जाते हैं, लेकिन आप इससे व्यावसायिक उड़ान नहीं कर सकते।
- CPL के लिए आपको 200 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग करनी होती है।
- CPL प्राप्त करने के बाद आप एयरलाइंस या अन्य व्यावसायिक उड़ानों में पायलट के रूप में काम कर सकते हैं।
पायलट बनने के लिए सिर्फ फ्लाइंग ट्रेनिंग ही नहीं बल्कि एविएशन थ्योरी भी सीखनी जरूरी है। इसमें आपको नेविगेशन, मेटियोरोलॉजी (मौसम विज्ञान), एविएशन लॉ, और एरोडायनामिक्स जैसे विषय पढ़ने होते हैं।
Commercial Pilot Kaise Bane?
Commercial Pilot License (CPL) एक ऐसा लाइसेंस है जिसके तहत आप एयरलाइंस, कॉर्पोरेट कंपनियों या चार्टर सेवाओं के लिए उड़ान भर सकते हैं। CPL प्राप्त करने के लिए आपको नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा:
- योग्यता: 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स के साथ पास होना जरूरी है।
- फ्लाइंग ट्रेनिंग: CPL के लिए कम से कम 200 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग अनिवार्य है।
- लाइसेंसिंग एग्जाम्स: DGCA द्वारा निर्धारित एग्जाम पास करने होंगे। इसमें एविएशन से जुड़े कई थ्योरी और प्रैक्टिकल एग्जाम शामिल होते हैं।
Aeroplane Pilot Kaise Bane?
एरोप्लेन पायलट बनने के लिए भी CPL की जरूरत होती है। एरोप्लेन पायलट बनने की प्रक्रिया भी CPL की तरह ही होती है, लेकिन इसमें विशेष विमान उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें आपको मल्टी-इंजन फ्लाइट ट्रेनिंग और एडवांस एविएशन सिस्टम्स की ट्रेनिंग दी जाती है।
पायलट बनने में कुल खर्च (Pilot Banane Mein Kul Kharch)
पायलट बनने का खर्च आपकी ट्रेनिंग लोकेशन, स्कूल और लाइसेंस के प्रकार पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं पायलट बनने में आने वाले संभावित खर्च:
- प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL):
- भारत में खर्च: ₹10 से ₹20 लाख तक।
- विदेश में खर्च: $50,000 तक।
- कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL):
- भारत में खर्च: ₹20 से ₹50 लाख तक।
- विदेश में खर्च: $70,000 से $100,000 तक।
पायलट ट्रेनिंग के बाद नौकरी के अवसर (Job Opportunities After Pilot Training)
पायलट बनने के बाद आपके पास कई करियर ऑप्शंस होते हैं:
- एयरलाइन पायलट: किसी भी बड़ी या छोटी एयरलाइन में आप पायलट बन सकते हैं।
- चार्टर पायलट: आप चार्टर कंपनियों के लिए प्राइवेट विमानों को उड़ा सकते हैं।
- कार्गो पायलट: कार्गो या मालवाहक विमानों के लिए काम कर सकते हैं।
- इंस्ट्रक्टर: फ्लाइंग स्कूल में ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर के रूप में भी काम कर सकते हैं।
FAQs: पायलट कैसे बनें
पायलट बनने के लिए आपको 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स के साथ साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करनी होगी। इसके बाद आप किसी मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन ले सकते हैं।
पायलट बनने के लिए न्यूनतम उम्र कितनी होनी चाहिए?
पायलट बनने में खर्च लगभग ₹20 लाख से ₹50 लाख तक हो सकता है, जो आपकी फ्लाइंग ट्रेनिंग, स्थान, और लाइसेंस के प्रकार पर निर्भर करता है।
हां, अगर आपने 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स पढ़ा है, तो आप पायलट बनने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। 12वीं के बाद आप किसी फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लेकर ट्रेनिंग कर सकते हैं।
हां, पायलट बनने के लिए DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त Class 1 और Class 2 मेडिकल टेस्ट पास करना अनिवार्य है।
निष्कर्ष (Conclusion)
पायलट बनना एक शानदार और रोमांचक करियर विकल्प है, लेकिन इसके लिए सही दिशा में कदम उठाना जरूरी है। यदि आप 12वीं के बाद पायलट बनने का सपना देख रहे हैं, तो आपको अपनी शिक्षा, मेडिकल फिटनेस और फ्लाइंग ट्रेनिंग पर ध्यान केंद्रित करना होगा। साथ ही, पायलट बनने के खर्च का सही आकलन करके ही योजना बनाएं।
Wants to Join Pilot Training Course
Caption Nitin Rana
Experience of 20 years in PIlot Training